रामजी सहाय पी जी कालेज मे प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फूले की पुण्यतिथि पर हुआ संगोष्ठी का आयोजन
मनोज रूंगटा
रुद्रपुर देवरिया रामजी सहाय पी जी कॉलेज मे सोमवार को भारत की प्रथम महिला शिक्षिका माता सावित्री बाई फूले की पुण्यतिथि पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया,
प्राचार्य प्रो. बृजेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि माता जी ने समाज मे व्याप्त कुरीतियों के खिलाफ आजीवन संघर्ष किया,वो एक कवियत्री,महान समाज सुधारक और भारत की पहली महिला शिक्षिका थीं,उन्होंने महिलाओं को शिक्षित करने की दिशा मे बहुत से कार्य किए, आज हम सभी संकल्प लें कि उनके बताए रास्ते पर चलेंगे ,यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी,
डॉ. शरद वर्मा ने उनके कृतित्व एवम व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उस समय जब लड़कियों की शिक्षा पर सामाजिक पाबंदी बनी हुई थी तब 1848 में मात्र 9 विद्यार्थियों को लेकर एक स्कूल की शुरुआत की,वे भारत की ऐसी पहली महिला शिक्षिका थीं जिन्हें दलित लड़कियों को पढ़ाने पर लोगों द्वारा फेंकें गए कीचड़ और पत्थर का सामना भी करना पड़ा,उन्होंने विधवाओं के लिए केंद्र और पुनर्विवाह को भी प्रोत्साहन दिया,
डॉ. विमल कुमार ने कहा कि उन्होंने दलितों के लिए अलग से कुएं का निर्माण कराया ताकि वे लोग आसानी से पानी पी सकें,उनके इस कार्य का विरोध भी हुआ,
मुख्य नियंता डॉ आशुतोष सिंह ने कहा कि सावित्री बाई को महिला शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के लिए 1852 में तत्कालीन ब्रिटिश सरकार ने सम्मानित किया था,
डॉ .धीरज कुमार ने कहा कि उनके सम्मान में डाक टिकट भी जारी किया गया,
डॉ आनंद मोहन,डॉ. गौरव पाण्डेय सहित अन्य छात्र-छात्राओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. विमल कुमार व संचालन शीतल मद्देशिया ने किया
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