अतिथियों ने माँ सरस्वती एव बाबू रामजी सहाय के चित्र पर किया माल्यार्पण
मनोज रूंगटा
प्राचार्य प्रो .बृजेश कुमार पाण्डेय ने अतिथियों को अंगवस्त्र व प्रतीक चिन्ह प्रदान कर किया स्वागत
रुद्रपुर देवरिया भारतीय भाषा समिति,भारत सरकार, नई दिल्ली के सयुंक्त तत्वावधान में रामजी सहाय पी जी कालेज के सुमित्रा सहाय सभागार में "भारतीय भाषा संगम:एकभाषी से बहुभाषी निर्माण की आधारशिला" विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आज समापन हुआ
हम अपनी भाषा का सम्मान करेंगे तो दुनिया हमारा सम्मान करेंगी- प्रो .महेश नारायण
मुख्य अतिथि प्रो.महेश नारायण दीक्षित ने अपने संबोधन में कहा कि भारत की शिक्षा व्यवस्था में सुधार किया जाना चाहिए,यदि शब्द का उदभव नही हुआ होता तो ये संसार अंधकारमय होता,भाषा का मौखिक एवम लिखित स्वरूप उसके भौगोलिक,सामाजिक,राजनीतिक संरचना पर निर्भर करती है,यदि आप अपनी भाषा का सम्मान करते हैं तो दुनिया आपकी सम्मान करेगी,भाषाओं को सीखने से न केवल स्वयं की उन्नति होती है बल्कि राष्ट्र की भी प्रगति होती है!
प्रो दिग्विजय नाथ पांडेय, ने अपने भाषण में नयी शिक्षा नीति में मातृ भाषा पर दिया जोर
विशिष्ट अतिथि प्रो दिग्विजय नाथ पांडेय,पूर्व प्राचार्य,जवाहर लाल ने कहा कि भाषा को लेकर कई बार आंदोलन भी हो चुका है,नई शिक्षा नीति में मातृ भाषा पर जोर दिया गया है
भाषा अभिव्यक्ति का माध्यम प्रो बृजेश कुमार
,प्रो बृजेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि भाषा अभिव्यक्ति का माध्यम है,दुनिया की सभी संस्कृतियां किसी न किसी भाषाई आधार को लेकर विकसित हुई है,ऐसी भाषा को विकसित करने की आवश्यकता है जो सभी संस्कृतियों को जोड़ सके
इससे पूर्व संगोष्ठी के चतुर्थ तकनीकी सत्र की अध्यक्षता प्रो.संतोष कुमार यादव ने की जिसका विषय "भारतीय भाषाओं के माध्यम से विभिन्न विषयों का शिक्षण" एवम "भारतीय भाषाओं में शिक्षण की नवाचारी व रोचक विधियां " रहा,जिसमे प्रो सूरज प्रकाश गुप्त,,डॉ सज्जन कुमार गुप्त,डॉ. बृजेश प्रजापति ने अपना शोधपत्र प्रस्तुत किया ,
पांचवे तकनीकी सत्र जिसका विषय "भारतीय भाषाओं में शिक्षण-अधिगम हेतु प्रौद्योगिकी का उपयोग" एवम वैश्वीकरण, बाजारवाद और बहु भाषिकता" रहा
प्रो लोकेश त्रिपाठी ,विनय कुमार पांडेय,डॉ आनंद मोहन,डॉ. नरेंद्र कुमार शर्मा,डॉ शरद वर्मा ने अपने विचार व्यक्त किया,
छठवें तकनीकी सत्र जिसका विषय " उत्तर प्रदेश में भाषायी परिदृश्य और बहु भाषिक शिक्षा की चुनौतियां एवम समाधान " एवम "अन्य प्रासंगिक समसामयिक मुद्दे " रहा जिसकी अध्यक्षता डॉ. धनंजय कुमार कुशवाहा ने की जिसमे प्रो विजय कुमार, डॉ. पी एन सिंह,डॉ. विनोद गौतम ने अपनेविचार व्यक्त किये!
संगोष्ठी में मुख्य रूप से डॉ निरंकार राम त्रिपाठी, ,डॉ एस पी दुबे,डॉ विमल कुमार,डॉ. देवेंद्र कुमार चौहान सहित अनेक शिक्षक, कर्मचारी ,शोधार्थी एवम छात्र -छात्राएं उपस्थित थे
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो के डी तिवारी व संचालन संगोष्ठी के संयोजक डॉ. मनीष कुमार ने किया