मनोज रूंगटा
रुद्रपुर देवरिया रुद्रपुर नगर के दुग्धेश्वर नाथ इंटर कॉलेज में श्री रामचरित मानस सम्मेलन के 65वें वार्षिक मानस सम्मेलन के तीसरे दिन व्यास पीठ से पधारे रामचरितमानस कथा का रसपान कराते हुये पं मनोज मिश्र ने जयंत द्वारा कौवे का रुप धारण कर मां सीता को चोंच मारने और भगवान द्वारा एक तिनका का बाण छोड़ने की रोचक कथा सुनाई
पंडित मिश्र जी ने कहा कि जयंत आकाश पाताल मर्त्यलोक भागता रहा और तिनका रुपी बाण उसके पीछे लगा रहा, जयंत को कही सुरक्षा नहीं मिली,अंत में महर्षि नारद ने उसे भगवान के शरण में जाने का सुझाव दिया और वह त्राहिमाम त्राहिमाम कहते हुए भगवान के चरणों में गिर पड़ा और भक्तवत्सल भगवान उसके अपराध को क्षमा कर दिए
।पं गोविंद जी शास्त्री ने रामजन्म की कथा सुनाते हुए विश्वामित्र द्वारा यज्ञ करने, राक्षसों द्वारा यज्ञ खण्डित करने,यज्ञ की रक्षा हेतु महराज दशरथ से राम और लक्ष्मण को मांग कर लेजाने की संगीतमय रोचक कथा सुनाई। शास्त्री जी ने कहा कि भगवान राम तेरह बर्ष की उम्र में ताड़का, सुबाहु का बध किये, सत्ताइस बर्ष की उम्र में बनवास हुआ और चौदह वर्ष बन में रहे तथा ग्यारह हजार बर्षो तक राज किये। उन्होंने दो का एक रोचक प्रसंग भी बताया
कथा श्रवण मे रुद्रनाथ मिश्र कृपानारायण मिश्र के के सिंह घनश्याम पाण्डेय, शिवहरि त्रिपाठी, रमेश तिवारी अनिल पांडेय,विनोद गुप्ता, रुद्रनाथ मिश्रा सहित भक्त उपस्थित थे
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