मनोज रूंगटा
दो जनपद को जोड़ने के साथ 52 गांव की जनता का होता है आवागमन
रुद्रपुर देवरिया रुद्रपुर कछार बाढ़ ग्रस्त इलाका है जहां प्रतिवर्ष यहां के लोग आग पानी से जुझते हैं रुद्रपुर करहकोल मार्ग स्थित पिड़रा पुल के एप्रोच को लेकर जनता मे दहशत बना रहता है जहां दो वर्ष से अधिकारी से लेकर नेता दौरा कर जनता को आश्वासन की घुट्टी पिला रहे हैं पुल का एप्रोच भगवान भरोसे है
मालूम हो की सन 2022 में गोर्रा नदी के बढ़ते जल स्तर से पिडरा पुल का एप्रोच लगभग आधा कट चुका था जहां निवर्तमान जिलाधिकारी , पुलिस अधीक्षक व पीडब्ल्यूडी के अधिकारी आनन फानन में मिट्टी व झांग पात डालकर एप्रोच को बचाया था किसी होनी को लेकर बड़ी गाड़ियों का आवागमन उस रास्ते पर बंद कर दिया गया था
25 सितंबर 2022 से नेता से लेकर अधिकारी का हो रहा है दौरा
आपको बताते चले कि यह पुल दो जनपद को जोड़ने के साथ सैकडो गांव के लोगों का आवागमन है जहां आज दो साल बीतने को हो गए परंतु अब तक वोल्डर की पिचिंग नहीं हो पाई पानी का जलस्तर बढ़ने पर नेता से लेकर अधिकारी तक दौरा कर कार्रवाई करने कराने की बात होती है परंतु एप्रोच आज तस का पड़ा है कोई ठोस उपाय न कर मिट्टी के बोरियों से कटान को रोकने की कोशिश की जा रही है
डीएम ने निरीक्षण कर लगाई थी फटकार कहा आवागमन बंद होगा तो होगी कार्रवाई
देवरिया जनपद का चार्ज लेते ही नवागत डी एम दिव्या मित्तल ने प्रथम दौरा रुद्रपुर कछार क्षेत्र के ततबधों का किया जहां पिड़रा पुल पहुंचकर एप्रोच पर हो रहे कटान को देखते हुए अधिकारियों को फटकार लगाई और कहा कि आवागमन बंद होगा तो जिम्मेदार पर होगी कार्रवाई
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सिंचाई विभाग व पी डब्लू मिलकर दोबारा एस्टीमेट बनाकर भेजें मैं परसू करूंगी
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