कथा श्रवण के दूसरे दिन कथा सुन श्रोता हुए भाव विभोर
कथा के दुसरे दिवस हरिद्वार से पधारे मानस प्रवक्ता कथा व्यास गंगोत्री तिवारी मृदुल जी महाराज ने रामायण के माहात्म्य को समझाते हुए कहा कि महात्म्य का अर्थ है परिचय जब तक हम किसी ग्रन्थ को जानेंगे नहीं तब तक हमे उस ग्रन्थ से प्रेम नहीं होगा रामायण कोई किस्सा कहानी नहीं अपितु मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम चंद्र के जीवन का दर्पण है जिसे हम श्रवण कर अपने जीवन को सुधार सकते है रामायण हमे जीवन जीने की कला सिखाती है हमे मर्यादित बनाती है
सदर विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने किया व्यासपीठ का पूजन
कथा श्रवण मे हरि नंदन मणि त्रिपाठी श्याम शंकर मणि त्रिपाठी राम चंद्र मणि त्रिपाठी अवधेश मिश्रा मार्कंडेय मणि त्रिपाठी कन्हैया मणि समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होकर कथा श्रवण का आनंद लिया
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