अर्घा (चोंगा) के माध्यम से श्रद्धालु करेंगे जलाभिषेक एस डी एम

यह जानकारी ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/ उप जिलाधिकारी श्रुति शर्मा ने एक दिन पूर्व हुई बैठक के उपरांत जिलाधिकारी के आदेश क्रम में दी उन्होंने कहा कि शिवरात्रि पर शिव भक्तों की अत्यधिक भीड़ को देखते हुए अरघा लगाने की व्यवस्था की जा रही है सभी श्रद्धालु आसानी से जलाअर्पण कर सकेगे इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता होगी इससे मंदिर की पूजा पद्धति प्रभावित नहीं होगी
क्या है अर्घा सिस्टम
गर्भ गृह के मुख्य द्वार पर अर्घा आकार का पात्र रहेगा पात्र की लंबाई मंदिर के प्रवेश द्वार से गर्भ गृह के शिवलिंग तक है प्रवेश द्वार में पात्र की चौड़ाई आकार का है और अर्घा की चौड़ाई अंदर की ओर घटती जाती है गर्भ गृह के पास अर्घ आकार का पात्र की चौड़ाई में श्रद्धालु जल और बेल पत्र डालेंगे तो सीधे उनका जल शिवलिंग पर अर्पित होगा जिसे वह अपनी नजर से भगवान शिव पर जल चढ़ते देख सकेंगे इससे भक्तों का जल भी बर्बाद नहीं होगा और भीड़ भी कंट्रोल रहेगी
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