संविदा कर्मियों का शोषण बंद नहीं हुआ तो करेंगे आर पार की लड़ाई राजेश्वर सिंह
मनोज रूंगटा
रुद्रपुर देवरिया विद्युत कर्मचारी महासंघ के घटक विद्युत संविदा मजदूर संगठन के वैनर तले अधीक्षण अभियंता कार्यालय विद्युत वितरण मंडल देवरिया मे संविदा कर्मियो द्वारा ग्यारह सुत्रीय मागो को लेकर धरना प्रर्दशन किया गया जिसमे 11 सूत्रीय मांग पत्र उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन अध्यक्ष के नाम अधीक्षण अभियंता को दिया
सभा को संबोधित करते हुए प्रांतीय महामंत्री राजेश्वर सिंह ने कहा संविदा कर्मियों से जो कार्य प्रबंधन द्वारा लिया जा रहा है वह सिर्फ और सिर्फ संविदा कर्मियों का शोषण किया जा रहा है 9 से 10 हज़ार पाने वाले अल्प वेतन भोगी संविदा कर्मियों को सुविधा के नाम पर संविदा कर्मी यो को कुछ नहीं दिया जा रहा है संविदा कर्मियों से लाइन कार्य के अलावा राजस्व वसूली भी कराया जा रहा है जिससे आए दिन संविदा कर्मियों से गाली गलौज व मारपीट हो रही है इस सम्वधं मे प्रबंधन कुछ नहीं कर रहा है सविदा कर्मी को श्रम विभाग के नियमों को ताक पर रख कर आठ घंटे की जगह 16 से 20 घंटे कार्य लिया जा रहा है और इसी की आड़ में संविदा कर्मियों को लक्ष्य देकर के टर्मिनेशन का कार्य किया जा रहा है जिसका संगठन घोर निंदा करता है
संविदा कर्मियों से राजस्व वसुली मे मारपीट की घटना का संज्ञान प्रबंध तंत्र ले आनंद सिंह
जिला अध्यक्ष आनंद सिंह ने कहा कि आज संविदा कर्मियों से असिस्ट बिलिंग करना, राजस्व वसूली करना, मेंटेनेंस का कार्य करना उपभोक्ताओं की समस्याओं का निदान करना 11 हज़ार व 33 हजार ब्रेकडाउन अटेंड करना कार्य कराया जा रहा है क अगर कोई अनहोनी घटना रही है तो प्रबंधन अपना पल्ला झाड़ ले रहा है जो निंदनीय है
संविदा कर्मियों की प्रमुख मांग
#1.असिस्टेन्ट बिलिंग, राजस्व वसूली आदि कार्यों के लक्ष्यों को पूरा न कराने के बहाने से संविदा कर्मियों की छटनी को रोका जाय
#2. संविदा कर्मियों को अनुबन्ध और श्रम कानूनों के विरूद्ध 14-16 घंटे काम करने के लिए मजबूर न किया जाय |
#3.गत मार्च में संघर्ष समिति द्वारा की गयी तीन दिवसीय हडताल में महासंघ से जुडे संविदा कर्मियों ने भाग नही लिया था किन्तु गलत सूचना के आधार पर उन्हें हटा दिया गया जिस पर आप द्वारा महासंघ से सूची उपलब्ध कराने का 'निर्देश दिया गया था, किन्तु दुःख का विषय है कि बार बार सूची प्रेषित की गयी जिस पर कोई कार्यवाही नही हुईं।
#4. तीन वर्ष पश्चात संविदा कर्मियों का स्थानान्तरण किया जाना उनके जीवन के साथ खिलवाड. है स्थानात्तरण के दौरान नई लाइनों पर काम करने से इनकी जान को खतरा वना रहता है कम से कम एक जगह तीन वर्ष तक रहने दिया जाया यदि कोई शिकायत है तो जांच के बाद दोषी पाये जाने पर ही स्थानान्तरण किया जाय.
#5.आउटसोर्स द्वारा नियुक्त लाइनमैन तथा एस०एस०ओ० एव कम्यूटर ऑपरेटर को 25 हजार एवं श्रमिक को 22 हजार रूपया वेतन प्रतिमाह दिया जाय।
#6. आउटसोर्स कर्मियों की सेवा नियमावली बनायी जाय ।
#7. पत्येक जिले में ई0एस0आई0 की सुविधा प्रदान की जाय और हर जिले को इलाज हेतु नजदीकी ई०एस०आई० अस्पताल से सम्बद्ध किया जाय I
#8. विद्युत लाइनों पर काम करने के लिए सुरक्षा उपकरण विभाग द्वारा दिया जाना दिया जाना सुनिश्चित किया जाए।
#9. 5 वर्ष या अधिक वर्षों से आउटसोर्स के माध्यम से संविदा पर कार्य कर रहे कर्मचारियों को रिक्त नियमित पदों पर समायोजित किया जाय।
#10. पद अनुरूप कार्य कराया जाय I अकुलशल से कुशल का काम न लिया जाय तथा विभाग के अधिकारी के हस्ताक्षर से पहचान पत्र उपलब्ध कराया जाय I
#11. बहुआयामी कार्य एवं लम्बे कार्य क्षेत्र को देखते हुए मोबाइल एवं आवागमन खर्च की सुविधा उपलब्ध करायी जाय
धरना प्रर्दशन करने वालो मे संविदा कर्मी दुर्गेश, अश्वनी ,गुलाब , सफीक, संजय सिंह धर्मेंद्र कुशवाहा, हरेराम , उमेश सिंह, भोला प्रसाद, मनोज, सुरेंद्र प्रसाद,प्रमोद , रविप्रकाश, वासुकी नाथ राय, संतोष सिंह, हृदयलाल सिंह ,राकेश, सुधीर, महेंद्र, आमोद, आदि संविदा कर्मचारी उपस्थित रहे